कुछ खरीद लो
सस्ता हो या मेहेंगा,
बजट मैं हो तो सही , खरीद लो
ऐसा करो, मेरे लिए ना कुछ यादें खरीद लो ,
बाते करने के लिए कुछ न हो तो बाते खरीद लो,
अगर हो सके तो सेहतमंद वाला कच्चा पक्का दुलार खरीद लो|
फिर भी सिल्लक बच जाए तो अपने है ही
सब के लिए छोटा सा त्यौहार खरीद लो|
शायद ही किसी के बस में हो अपनों के सिवा,
मन करे साथ चलने कही आस -पास हमारे साथ;
थोडासा ही सही , पर वक़्त खरीद लो |
ना खरीद सको कोई मन का पैगाम तो ,
हमे कह देने से रोके दिल तो कोई बात नहीं;
बहुत अच्छे आपके दिल के फलसफा खरीद लो |
शायद जहान सबका होकेभी किसीका नहीं,
चलने को , गिरने को , दौड़ने को , उछलने को ;
जब भी मन करे उडनेको हौसलों के साथ तो
ऊँचा आसमान खरीद लो |
कभी आ जाओ ना, सबके दिल के करीब !
क्यों ? नहीं ?
ठीक है न , उस कहानी सा जिगर का टुकड़ा ,
के जिसकी मन की किताब में रखा ,
गुलाब का वो बस फूल खरीद लो |
वैसे तो किसीके हाथ नहीं आते फौगट में हम,
आपके हाथ लगजाना खुशकिस्मती हमारी ;
बहुत सस्ते है जनाब ,
हमे बस कुछ मीठा बोलो, और खरीद लो |
- ऋत्विक वाडकर